शादी के एक साल बाद, घर के लोग और नवविवाहित जोड़े को लगता है कि उन्हें एक बच्चा होना चाहिए, और इस संबंध में प्रयास चलने लगते हैं। हालाँकि, pregnant होने में भी कई समस्याएं हैं। हम इस post में आपको गर्भधारण से पहले आहार कैसा होना चाहिए | What should be the diet plan before pregnancy के बारे में बताने जा रहे है।
गर्भवती होने में बदलती जीवनशैली, खानपान, काम के घंटे सभी के परिणाम हो सकते हैं। हालांकि, कई महिलाओंको pregnant होने के लिए कई चिकित्सा या उपचारों से गुजरना पड़ता है। यहां तक कि गर्भधारण होने के बाद भी उस महिला को अनेक प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड सकता है।
आजकल वजन बढ़ना एक आम बात हो गई है। पति-पत्नी दोनों के वजन में होने वाली वृद्धि विचार करने पर मजबूर कर देती है। यदि पति-पत्नी दोनों अधिक वजन वाले हैं, तो गर्भवती होना या सुदृढ़ एवं स्वस्थ संतान होना मुश्किल बात होती है।
इसलिए, जब बच्चे पर विचार करते हैं, तो दोनों के लिए वजन पर नियंत्रण बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है।
Hormonal Imbalance यह भी आजकल पति-पत्नी दोनों में भी पाया जाता है। हालांकि, गर्भावस्था के लिए एक माँ के hormones आवश्यक होते हैं। गर्भावस्था, प्रसव और माँ का दूध माँ के संतुलित hormones पर निर्भर करता है।
यदि किसी महिला को थायरॉयड है, तो अक्सर गर्भवती होना मुश्किल होता है।
महिलाओं में रक्त के कमी होने की सबसे आम बीमारी है। इसलिए, गर्भधारण होने के बाद माताओं और शिशुओं दोनों को यह बीमारी हो सकती है। इसी वजह से अक्सर कम वजन वाले और अपर्याप्त बच्चे पैदा होते हैं।
उपरोक्त सभी कारकों में यदि नियोजनबद्ध और ठीक तरह से आहार लिया जाये, तो महिलाओंमे pregnancy के दौरान अच्छे बदलाव देखे जा सकते हैं। इसीलिए गर्भधारण से पहले सिर्फ दवाएं लेनेके बजाय अच्छी diet planning करना भी बहोत जरुरी होता है।
आहार में सबसे अधिकाधिक पोषण मूल्य किस तरह से प्राप्त कर सकते है, उस तरह की आहार की योजना बनाये | आप अपने दैनिक आहार में कम मात्रा में मिश्रित दाल, मिश्रित अनाज, अंकुरित अनाज, खिचड़ी, पत्तेदार सब्जियों का उपयोग कर सकते हैं। जिससे आपको ज्यादा से ज्यादा protein मिल सकेगा।
आयरन स्वस्थ pregnancy के लिये एक बहोत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इसलिए भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, और साथ में अनार, लीची, अंजीर जैसे फलोंका का रोज सेवन करें। इसके साथी शरीर को आयरन सोखने में मदद मिलने के लिए vitamin-c का प्रयोग करें।
नवजात शिशु के दातो और हड्डियों के विकास के लिए आहार में कैल्शियम की मात्रा अधिक लें। यह न केवल आपको कमर दर्द और पीठ से निजात दिलाएगा बल्कि breast feeding के लिए भी तैयार करेगा। कैल्शियम की मात्रा बढ़ने के लिए आहार में दूध एवं दूध की बनी चीजें, हरी-पत्तेदार सब्जियां (खास तौर से पालक), फल, मूंगफली आदि को डाइट में शामिल करें।
Pregnancy में शरीर को स्वस्थ रखना सबसे महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए योगा, पैदल चलना या अन्य हल्का-फुल्का व्यायाम जरूर करना चाहिए। उसीके साथ मन को शांत और एकाग्र रखने के लिए आप मेडिटेशन का भी कर सकती हैं। यह आपको अनावश्यक तनाव से निजाद दिलाने में मदद करेगा।
Pregnancy में शरीर को उर्जा और fibers की आवश्यकता होती है। इसलिए उनकी पूर्ति हेतु कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन को प्राथमिकता दें। अपने भोजन में सलाद, फल, साबुत अनाज जैसी चीजों को शामिल करें। इसके अलावा इस दौरान छिलके वाली मूंग की दाल खाना भी काफी फायदेमंद होता है।
इन सभी सबसे जरुरी बात यह है की दिनभर में कम से कम 6 से 8 ग्लास पानी जरूर पिएं। लेकिन उसीके साथ यह ध्यान भी दे की एक ही समय अधिक पानी न पिए। पानी शरीर के तापमान को भी नियंत्रित करने में मदद करता है और साथ ही यह शरीर में आवश्यक नमी भी बनाये रखता है।
(नोट: उपरोक्त सुझाव केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए हैं। अतः इसक उपयोग करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर ले।)
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गर्भवती होने में बदलती जीवनशैली, खानपान, काम के घंटे सभी के परिणाम हो सकते हैं। हालांकि, कई महिलाओंको pregnant होने के लिए कई चिकित्सा या उपचारों से गुजरना पड़ता है। यहां तक कि गर्भधारण होने के बाद भी उस महिला को अनेक प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड सकता है।
सबसे पहले जानते है की गर्भधारण न होने के क्या कारन है?
गर्भधारण न होने के कारण । Reasons For Not Getting Pregnant
१) अनियंत्रित वजन बढ़ना | Overweight and Obesity
आजकल वजन बढ़ना एक आम बात हो गई है। पति-पत्नी दोनों के वजन में होने वाली वृद्धि विचार करने पर मजबूर कर देती है। यदि पति-पत्नी दोनों अधिक वजन वाले हैं, तो गर्भवती होना या सुदृढ़ एवं स्वस्थ संतान होना मुश्किल बात होती है।
इसलिए, जब बच्चे पर विचार करते हैं, तो दोनों के लिए वजन पर नियंत्रण बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है।
२) हार्मोन का असंतुलन | Hormonal Imbalance
Hormonal Imbalance यह भी आजकल पति-पत्नी दोनों में भी पाया जाता है। हालांकि, गर्भावस्था के लिए एक माँ के hormones आवश्यक होते हैं। गर्भावस्था, प्रसव और माँ का दूध माँ के संतुलित hormones पर निर्भर करता है।
यदि किसी महिला को थायरॉयड है, तो अक्सर गर्भवती होना मुश्किल होता है।
३) खून की कमी | Anaemia
महिलाओं में रक्त के कमी होने की सबसे आम बीमारी है। इसलिए, गर्भधारण होने के बाद माताओं और शिशुओं दोनों को यह बीमारी हो सकती है। इसी वजह से अक्सर कम वजन वाले और अपर्याप्त बच्चे पैदा होते हैं।
उपरोक्त सभी कारकों में यदि नियोजनबद्ध और ठीक तरह से आहार लिया जाये, तो महिलाओंमे pregnancy के दौरान अच्छे बदलाव देखे जा सकते हैं। इसीलिए गर्भधारण से पहले सिर्फ दवाएं लेनेके बजाय अच्छी diet planning करना भी बहोत जरुरी होता है।
गर्भावस्था से पहले आहार कैसा होना चाहिए | What Should Be The Diet Before Pregnancy
१) पौष्टिक आहार की योजना बनाएं | Plan Nutritional Diet
आहार में सबसे अधिकाधिक पोषण मूल्य किस तरह से प्राप्त कर सकते है, उस तरह की आहार की योजना बनाये | आप अपने दैनिक आहार में कम मात्रा में मिश्रित दाल, मिश्रित अनाज, अंकुरित अनाज, खिचड़ी, पत्तेदार सब्जियों का उपयोग कर सकते हैं। जिससे आपको ज्यादा से ज्यादा protein मिल सकेगा।
२) आयरन युक्त आहार | Iron Rich Diet
आयरन स्वस्थ pregnancy के लिये एक बहोत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इसलिए भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, और साथ में अनार, लीची, अंजीर जैसे फलोंका का रोज सेवन करें। इसके साथी शरीर को आयरन सोखने में मदद मिलने के लिए vitamin-c का प्रयोग करें।
३) कैल्शियम की मात्रा अधिक लें | Take More Calcium
नवजात शिशु के दातो और हड्डियों के विकास के लिए आहार में कैल्शियम की मात्रा अधिक लें। यह न केवल आपको कमर दर्द और पीठ से निजात दिलाएगा बल्कि breast feeding के लिए भी तैयार करेगा। कैल्शियम की मात्रा बढ़ने के लिए आहार में दूध एवं दूध की बनी चीजें, हरी-पत्तेदार सब्जियां (खास तौर से पालक), फल, मूंगफली आदि को डाइट में शामिल करें।
४) रोज व्यायाम करे | Do Exercise Daily
Pregnancy में शरीर को स्वस्थ रखना सबसे महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए योगा, पैदल चलना या अन्य हल्का-फुल्का व्यायाम जरूर करना चाहिए। उसीके साथ मन को शांत और एकाग्र रखने के लिए आप मेडिटेशन का भी कर सकती हैं। यह आपको अनावश्यक तनाव से निजाद दिलाने में मदद करेगा।
५) कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन ले | Take Carbohydrate Rich Food
Pregnancy में शरीर को उर्जा और fibers की आवश्यकता होती है। इसलिए उनकी पूर्ति हेतु कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन को प्राथमिकता दें। अपने भोजन में सलाद, फल, साबुत अनाज जैसी चीजों को शामिल करें। इसके अलावा इस दौरान छिलके वाली मूंग की दाल खाना भी काफी फायदेमंद होता है।
६) भरपूर पानी पिए | Drink Plenty of Water
इन सभी सबसे जरुरी बात यह है की दिनभर में कम से कम 6 से 8 ग्लास पानी जरूर पिएं। लेकिन उसीके साथ यह ध्यान भी दे की एक ही समय अधिक पानी न पिए। पानी शरीर के तापमान को भी नियंत्रित करने में मदद करता है और साथ ही यह शरीर में आवश्यक नमी भी बनाये रखता है।
(नोट: उपरोक्त सुझाव केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए हैं। अतः इसक उपयोग करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर ले।)
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