Friday, October 11, 2019

पेट कम करने के बेस्ट योगा टिप्स - Best Yoga Tips For Flat Stomach in Hindi

आज की हमारी lifestyle ऐसी हो गई है की हमें ठीक से exercise करने के लिए वक्त नहीं मिल पाता। उसके साथ आजकल की खानपान की आदते और junk food की खाने में हुई वृद्धी के कारण हर दूसरा व्यक्ति पेट की बढ़ती चर्बी से परेशान है। पेट की चर्बी बढ़ती तो बहोत जल्दी है लेकिन इसे काम कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। लेकिन इसे काम कर पाना नामुमकिन नहीं है, अगर आप भी पेट की बढ़ती चर्बी से परेशान है तो हम इस लेख में आपको पेट कम करने के बेस्ट योगा टिप्स (Best Yoga tips for flat stomach in hindi) बताने जा रहे है जो आपका निकला हुआ पेट कम करने के लिए बहोत फायदेमंद है।

पेट की चर्बी बढ़ने से हम मोटापे का शिकार हो जाते है। इससे तोंद निकल आती है। जिसके कारण पेट के बल झुकने में, ज्यादा चलने या सीढ़ियां चढ़में तकलीफ होती है और सांस लेना कठिन हो जाता है। डॉक्टरों के मुताबिक मोटापे से पीड़ित लोगोंको हार्ट अटैक, स्ट्रोक, डायबिटीज, आर्थराइटिस, हाई ब्लड प्रेशर और कैंसर जैसी बीमरियोंके चपेट में आने का खतरा ज्यादा होता है।  लेकिन आप नियमित exercise और yoga करने से इस समस्या से निजात पा सकते है। और मोटापे और अन्य बीमारियोंसे भी हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते है। इस post में हम आपको पेट की चर्बी कम करने के योगा टिप्स (Pet ki charbi kam karne ke liye yoga tips) के उन्ही तरीको से सांझा करने वाले है।

पेट की चर्बी कम करने के योगा टिप्स - Yoga tips to reduce belly fat in Hindi

योगासन एक ऐसी क्रिया है जिसके करने से न केवल पेट की चर्बी काम करने में मदद मिलती है बल्कि इससे पुरे शरीर को भी आश्चर्यकारक लाभ मिलता है।  योगासन करने की एक विधि होती है और इसे स्टेप बाय स्टेप करना होता है। तो आइये जानते है वे कोनसे योगासन है जो पेट की बढ़ी हुई चर्बी से छुटकारा पाने में कारगर साबित होते है। पेट की चर्बी कम करने के योगा टिप्स (Yoga tips to reduce belly fat) निम्मलिखित  है :

पेट की चर्बी कम करने के लिए सूर्य नमस्कार - Surya Namaskar to reduce belly fat rapidly 


"सूर्य नमस्कार" शरीर को ऊर्जा से भरपूर और तरोताजा बनाने के लिए सबसे best आसन है। यह एक ऐसा योगासन है जिसेमें शरीर के सभी अंग एकसाथ और एक समय में काम करते हैं। पेट की बढ़ी हुई चर्बी कम करने में यह योगासन सबसे कारगर है। सूर्य नमस्कार १२ आसनों का संगम है। हर रोज सुबह उठकर सूरज के सामने सूर्य नमस्कार (sun salutation) करने से कई लाभ मिल सकते है।

सूर्य नमस्कार कैसे करे | How to do Surya Namaskar

Step 1 : सूर्यनमस्कार की पहली स्टेप को प्रणाम आसन कहते है। यह करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरो को जोड़कर सीधे खड़े रहे और दोनों हाथों अपनी chest के पास प्रार्थना की मुद्रा में लाये।

Step 2 : सूर्यनमस्कार की दूसरी स्टेप हस्तउत्तानासन है। यह करते समय गहरी सांस ले। सांस लेने के साथ ही अपने दोनों हाथोंको सीधा ऊपर की तरफ ले जाये। और खुदको अपनी पीछे की और झुकाने की कोशिश करें।

Step 3 : यह करते समय सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए आगे की तरफ झुक जाये। इसके साथ ही अपनी हथेलियों को जमींन को लगाने की कोशिश करे और साथ ही पैरोंको बिना मोड़े माथे को घुटने से स्पर्श करने की कोशिश करे। सूर्य नमस्कार की इस क्रिया को पादहस्तासन कहते है।

Step 4 : अश्व संचालनासन सूर्य नमस्कार की चौथी स्टेप है। इसमें सांस लेते हुए बाएं पैर को थोड़ा मोड़ ले और दाएं पैर को पीछे की तरफ ले जाएं। और साथ ही अपनी दोनों हथेलियोंको जमीन को लगाए।

Step 5 : सूर्य नमस्कार की अगली स्टेप है पर्वतासन। इस स्टेप में सांस छोड़ते हुए अपने दाएं पैर को पीछे की तरफ stretch करे। उसके बाद बीच से शरीर को ऊपर की ओर उठाये। इस स्टेप को करते समय अपनी हाथोंको सीधा रखे और ankles को जमीन से touch करने की कोशिश करे।

Step 6 : अब इस स्टेप में जमीन पर सीधा लेट जाये, साथ ही सांस लेना जारी रखे। सूर्य नमस्कार की इस स्थिति को अष्टांगासन कहते है। इस स्टेप में आपके घुटने, छाती और ठुड्डी जमीन को स्पर्श करेंगे।

Step 7 : सूर्य नमस्कार की अगली स्टेप भुजंगासन है। इस स्टेप में अपने कमर के  ऊपर के हिस्से को उठाएं। इस दौरान सांस जैसे की वैसेही रहने दे। और अपने दोनों हथेलियोंको जमीन से सटाकर रखे। 

Step 8 : इस स्टेप में फिर से शरीर को ऊपर की ओर उठाए। साथ अपने दोनों हाथोंको बिलकुल सीधा रखिये। इस स्टेप में अपनी दोनों ankles को जमीन से स्पर्श कराने का प्रयत्न करें। सूर्यनमस्कार की इस स्टेप को पर्वतासन कहते है।

Step 9 : सूर्यनमस्कार की अगली स्टेप है अश्व संचालनासन। इसमें सांस लेते हुए बाएं पैर को आगे लाये और बैठ जाएं। साथ ही अपने दाएं पैर को बिलकुल सीधा रखके घुटने को जमीन से लगाए रखें।

Step 10 : पादहस्तासन सूर्यनमस्कार की १० वि स्टेप है। जिसमे आपको अपने दाएं पैर को सांस छोड़ते हुए आगे लाना है और अपने दोनों हथेलियोंको जमीन से व अपने पैरोंको बिना मोड़े माथे को घुटने से स्पर्श करना है।

Step 11 : इस स्टेप में अपने शरीर के साथ अपने दोनों हाथोंको सांस लेते हुए ऊपर की तरफ उठाने की कोशिश करें। उसके साथ ही शरीर को पीछे की तरफ stretch करें। इस स्टेप को हस्तउत्तानासन कहते है।

Step 12 : प्रणाम आसन सूर्य नमस्कार के एक चक्र की अंतिम स्टेप है। जिसमे आपको फिर से सीधे खड़े होते हुए नमस्कार की अवस्था में आना है। इस प्रकार आपका एक सूर्य नमस्कार पूरा हो जायेगा।

पेट की जमी हुई चर्बी कम करने के लिए आपको इस चक्र को हर दिन कम से कम 25 -30 बार दोहराना होगा। शुरू-शुरू में आप इसे दो हिस्सों में विभाजित कर सकते है।

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सूर्य नमस्कार के फायदे क्या है - What are the benefits of Surya Namaskar in Hindi

• मोटापा कम करने के लिए सूर्य नमस्कार सबसे फायदेमंद आसन है और इसे करने से आपका मानसिक आरोग्य तथा वजन संतुलित रखने में मदद मिलती है।
• सूर्य नमस्कार रोजाना करने से यह आपके शरीर को भरपूर ऊर्जा प्रदान करता है। 
• सूर्य नमस्कार से पाचन तंत्र ठीक रहता है।
• शारीरिक और मानसिक तनाव दूर करने के लिए ये आसान कारगर साबित होता है।
• यह एकलौता ऐसा आसन है जिसके करने से आपके शरीर के सिर से लेके पैर तक सभी अंगों को लाभ मिलता है।
• सूर्य नमस्कार करने से शरीर में हो रहे दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है।

सूर्य नमस्कार की सावधानियां - Sun salutation Precautions

• महिलाओं को गर्भावस्था और पीरियड के दौरान सूर्य नमस्कार नहीं करना चाहिए।
• स्पाइनल प्रॉब्लम जैसे स्लिप डिस्क वाले पेशंट्स, घुटनो के दर्द के मरीज इस आसन को न करे।
• जिन लोगोंको हाई ब्लड प्रेशर, कार्डियोवैस्कुलर बीमारी या हार्ट की कोई बीमारी है वे लोग भी इस आसन को न करे।
• जिन लोगोंको सांस फूलने की बीमारी है उन्हें भी सूर्यनमस्कार नहीं करना चाहिए।

पेट कम करने के लिए नौकासन - Naukasan to reduce belly fat in Hindi


पेट की चर्बी कम करने के लिए और पाचन तंत्र में सुधर लाने के लिए नौकासन या बोट पोज़ बहुत फायदेमंद योगासन है। इसे रोजाना करने से पेट की मासपेशियां मजबूत होती है और पेट से जुडी तकलीफे दूर होने में भी मदद मिलती है। तो आइये नौकासन (boat pose) के बारे में विस्तार से जानते है,

नौकासन करने का तरीका | How to do boat pose (Naukasana)

• नौकासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर आसन बिछाकर सीधे लेट जाये। यह आसन करते समय पैरोंको सीधा रखे।
• अब सांस लेते हुए अपने सिर को उठए और साथ अपने दोनों हाथोंको सामने की और सीधा रखे।
• अब आहिस्ता-आहिस्ता अपनी कमर को और अपने पैरोंको एकसाथ ऊपर उठाये जैसे साथ वाली फोटो में दिया गया है।
• उसके बाद इसी अवस्था में बने रहे इससे आप अपनी पेट और पैर की मासपेशियोंमे थोड़ा खिचाव महसूस करेंगे।
• इस स्थिति में कम से कम ३०-४० सेकंड्स तक बने रहे। 
• उसके बाद सांस छोड़ते हुए फिर से अपने शरीर को सीधा कर ले।
• शुरवात में इसे पांच बार करे और फिर बादमे इसके आदि होने पर इसे कम से कम १०-१२ रिपिटेशन में करे। थक जाने पर आप बिच-बिच में १० सेकण्ड्स का ब्रेक ले सकते है।

नौकासन करने के लाभ - What are the benefits of boat pose in Hindi

• नौकासन करने से पेट की अतिरिक्त चर्बी कम होने में मदद मिलती है।
• इसे करने से आपके हाथों, पैरों, कंधे की माँसपेशियोंमे मजबूत होती है।
• पेट की चर्बी कम करने के साथ ही नौकासन करने से पेट की muscles को stretch करके मजबूती प्रदान करता है। 
• यह आपके स्वास्थ में सुधार लाता है।
• नौकासन रोज करने से पाचन शक्ति मजबूत होती है। इससे गैस, कब्ज जैसी समस्या से राहत मिलती है।
• हर्निया के मरीज को यह आसन करने से राहत मिलती है।
• किडनी की बीमारी पर यह आसन काफी कारगर है। इससे Creatinine level कम कर सकते हैं।

नौकासन की सावधानियां - Naukasana precautions in Hindi

• महिलाएं मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान नौकासन न करे।
• जिन्हे हार्ट या अस्थमा का प्रॉब्लम है उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए।
• सिरदर्द, माइग्रेन और low blood pressure से पीड़ित लोग यह योगासन न करे।
• जिनके पेट का कोई operation हुआ है वे लोग नौकासन न करे।

कपालभाति से कम करें पेट - Reduce belly fat with Kapalbhati in Hindi


किसी ने खूब कहा है "करो योग रहो निरोग", वाकई में योग मनुष्य को प्राप्त किसी वरदान से काम नहीं है। योग में वैसे तो कई आसन है लेकिन पेट कम करने में कपालभाति का उपयोग न करना गलत होगा। कपालभाति एक ऐसा आसन है जिसकी मदद से आप न केवल पेट की चर्बी कम कर सकते है बल्कि आपके मानसिक स्वास्थ को तनाव रहित रखने में यह बहोत ही कारगर साबित होता है। तो आइये जानते है, कपालभाति से कैसे कम करें पेट (reduce belly fat with Kapalbhati in Hindi)

कैसे करें कपालभाति प्राणायाम | How to do Kapalbhati Pranayama

कपालभाति एक प्राणायाम है। याद रहे प्राणायाम में सांस को बहोत महत्व होता है इसलिए कपालभाति करते समय अपनी सांस पर विशेष रूप से ध्यान दे। आइये जानते है कपालभाति प्राणायाम करने का सही तरीका..

• सबसे पहले आपकी रीढ़ की हड्डी एकदम straight हो उस स्थिति में आसन पर बैठ जाये |
• उसके बाद अपने घुटनों पर अपने हाथों को रखते हुए गहरी सांस ले।
• उसके बाद सांस छोड़े और पेट को जोर से अंदर ले। ऐसा करते वक्त अपनी सांस पर ध्यान रखे। 
• अब इसी क्रम को लगातार दोहराते रहे। फिरसे गहरी सांस ले, अपने पेट को थोड़ा ढीला छोड़े और जोर से बाहर की और धकेले।
• याद रखे की आपको कपालभाति प्राणायाम में अपने पेट को जोरों से सांस छोड़ते आगे-पीछे धकेलना है।
• इस क्रिया को आप अपनी सांस लेने की गति के अनुसार धीमी, मध्यम या तेज गति से दोहरा सकते है | 
• अगर आप पेट को जल्द से जल्द कम करना चाहते है तो इसे एक दिन में २०-२५ मीनट तक करे।
• एक और बाद जहन में रखे की इसे एक दिन में लगातार करने के बजाय बिच-बिच में १०-१२ सेकण्ड का ब्रेक लेकर करे।

कपालभाति प्राणायाम के फायदे - Benefits of Kapalbhati in Hindi

• कपालभाति प्राणायाम नियमित करने से पेट की चर्बी कम होती है।
• कपालभाति प्राणायाम से मोटापा दूर करने में और वजन संतुलित रखने में मदद मिलती है।
• इससे पेट की समस्या जैसे कब्ज, एसिडिटी और गैस जैसी समस्याओंसे निजात पाने में मदद मिलती है।
• यह आपके पाचन तंत्र में सुधार लाने में कारगर साबित होता है।
• कपालभाति लगातार करने से आप तनाव को दूर करके मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते है।
• इससे श्वसन संबंधित बीमारियां, साइनसाइटिस, श्वसन मार्ग के अवरोध, कैंसर जैसी बीमारियोंसे हमेशा के लिए निजात पाया जा सकता है।
• इसके करने से सिर दर्द की समस्या दूर की जा सकती है।
• वाकई में कपालभाति प्राणायाम एक वरदान है जिसके बारे में कहा गया है की ऐसी कोई बीमारी नहीं जिसका इससे इलाज न हो सके।

कपालभाति की सावधानियां | Kapalbhati precautions in Hindi

• हाई ब्लड प्रेशर, ह्रदय रोग से पीड़ित मरीज कपालभाति प्राणायाम न करे।
• जो लोग hyperacidity के शिकार है उन्हें यह आसन करने से बचना चाहिए।
• जिन्हे हर्निया, मिर्गी तथा सांस की बीमारी है ऐसे लोग कपालभाति बिल्कुल मत करें।
• गैस्ट्रिक अल्सर के मरीज यह आसन करने से बचे।

उपरोक्त सभी पेट कम करने के बेस्ट योगा टिप्स (Best Yoga tips for flat stomach in Hindi) है | बस अब आपको अगर पेट की चर्बी जल्द से जल्द काम करनी है तो आपको इन योगसनोंको लम्बे समय तक लगातार करना होगा। इनकी मदद से न केवल आप पेट की चर्बीसे निजात पाएंगे बल्कि मानसिक रूप से भी हमेशा तरोताजा महसूस करेंगे। बस इसे रोजाना करे और स्वस्थ्य जीवन का लाभ उठाएं|

(नोट: उपरोक्त सुझाव केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए हैं। अतः इसक उपयोग करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर ले।)

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